'मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना' का लाभ लेने के लिए क्या करना होगा, जाने
नई दिल्ली
Delhi Mukhyamantri Mahila Samman Yojana: दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने सोमवार को बजट में महिलाओं को ध्यान में रखकर एक बड़ा ऐलान किया। दिल्ली की वित्त मंत्री आतिशी ने अपना पहला बजट पेश करते हुए 'मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना' का ऐलान किया। इस योजना के तहत दिल्ली में हर महिला को प्रति महीने 1000 रुपए की राशि दी जाएगी। सरकार ने इसके लिए 2 हजार करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया है। हालांकि, इसके लिए कुछ शर्तें भी रखी गई हैं। आइए आपको बताते हैं कि आपको इसका लाभ मिलेगा या नहीं?
दिल्ली की महिलाओं को कैसे मिलेगा इस योजना का लाभ
– आप सरकार इस योजना को पंजाब में लागू कर चुकी है. उसी योजना की तर्ज पर इस योजना को दिल्ली में लागू किया जाएगा. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पंजाब की तरह इस योजना को ऑनलाइन आवेदन करने की कोई प्रक्रिया या पोर्टल नहीं होगा. यह योजना केवल ऑफलाइन मोड के जरिए उपलब्ध हो सकती है.
– बताया जा रहा है कि उन महिलाओं को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा जो बिजनेस या नौकरी करती हैं आयकरदात्ता हैं. इसके अलावा बाकी महिलाओं को इस योजना का लाभ मिलेगा. उन महिलाओं के खाते में हर महीने एक हजार रुपए उनके बैंक खातों में डाले जाएंगे.
– इस योजना का लाभ पाने के लिए वह महिला दिल्ली की नागरिक होना चाहिए. उनके पास दिल्ली का आधार कार्ड या वोटिंग कार्ड होना चाहिए.
– महिला कल्याण के लिए दिल्ली सरकार 2000 करोड़ की मुख्यमंत्री सम्मान योजना लेकर आई है.
; इस स्कीम के मुताबिक दिल्ली की 18 साल से ऊपर की महिलाओं को 1000 रुपए प्रति महीने मिलेंगे.
किन महिलाओं को नहीं मिलेंगे 1000 रुपए?
दिल्ली सरकार के मुताबिक, सरकार से पेंशन लेने वाली, सरकार नौकरी या इनकम टैक्स भरने वाली महिलाओं को नहीं मिलेंगे 1000 रुपए.
किन महिलाओं को मिलेगा फायदा?
जो महिलाएं दिल्ली में रहती है, 18 साल से ऊपर हैं साथ ही किसी भी सरकारी पेंशन या ऐसी स्कीम का लाभ ना ले रही हों. आयकर का भुगतान ना करती हो। उनको अपना सेल्फ डिक्लेरेशन देना होगा.
आपको बता दें कि इस योजना का अभी बजट में ऐलान किया गया है और इसे लागू होने मेंं कुछ समय लगेगा. योजना को लेकर कई नियम बनाएं जाएंगे और कैसे महिलाओं को इस योजना से जोड़ा जाएगा उसे लेकर पूरा खाका तैयार किया जाएगा. योजना को अमली जामा पहनाने के बाद उपराज्यपाल के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा. उपराज्यपाल से मंजूरी मिलने के बाद इस योजना का लाभ दिल्ली की महिलाओं को मिलेगा.
आतिशी ने किया ऐलान
दिल्ली की वित्त मंत्री आतिशी ने अपने बजट भाषण में इस योजना का ऐलान करते हुए कहा, हमारे परिवारों में जब भी कोई बेटी या बहन अपने मायके में आती है तो उसके बड़े भाई या पिताजी उसके हाथ में कुछ पैसे थमा देते हैं, क्योंकि वो चाहते हैं कि उनकी बहन या बेटी को अपनी जरूरतों के लिए किसी से कुछ मांगना न पड़े. आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक बड़े बेटे का फर्ज निभाते हुए 2024-25 में एक नई क्रांतिकारी योजना लेकर आ रहे हैं, ये शायद 2024-25 का सबसे बड़ा कदम है. इस योजना का नाम मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना है. इस योजना के तहत 18 साल से ज्यादा की उम्र की हर महिला को हजार रुपये प्रतिमाह की सम्मान राशि दी जाएगी.
कब तक लागू होगी योजना?
दिल्ली सरकार की तरफ से अभी ये नहीं बताया गया है कि किस तारीख से ये योजना लागू हो रही है, लेकिन बताया जा रहा है कि इसी साल ये योजना सरकार लागू कर देगी. लोकसभा चुनाव के बाद इसे लागू किया जा सकता है. यानी अगले कुछ ही महीने में दिल्ली की महिलाओं को हर महीने एक हजार रुपये की आर्थिक मदद मिलनी शुरू हो जाएगी.
फिलहाल योजना को लेकर नियम और शर्तें भी नहीं बताई गई हैं, ऐलान के बाद अब कुछ ही दिनों में मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना में आवेदन और इसके नियम बताए जा सकते हैं. बाकी योजनाओं की तरह महिलाओं के खाते में सीधे ये राशि डाली जा सकती है. फिलहाल दिल्ली सरकार की तरफ से बताया गया है कि 18 साल से ज्यादा उम्र वाली हर महिला को योजना का लाभ दिया जाएगा.
दिल्ली बजट की मुख्य बातें:-
- केजरीवाल सरकार के बजट में 'मुख्यमंत्री महिला सम्मान' योजना पेश की गई. इस योजना के तहत हर महीने 18 साल से अधिक उम्र की महिलाओं को एक हजार रुपये मिलेंगे.
- महिलाओं के कल्याण और उनके सशक्तीकरण के लिए 2024-2025 के बजट में मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना के तहत 2000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं.
शिक्षा का बजट दोगुना हुआ
दिल्ली की वित्त मंत्री आतिशी ने कहा कि 2014-2015 में दिल्ली का शिक्षा बजट 6554 करोड़ रुपये था. लेकिन हमने शिक्षा का बजट बढ़ाया. हमने शिक्षा का बजट दोगुना किया. वित्त वर्ष 2024-2025 के लिए दिल्ली का शिक्षा बजट 16,396 करोड़ रुपये है.
उन्होंने कहा कि बीते नौ सालों में लगभग 400 प्रिंसिपल्स को ट्रेनिंग के लिए कैम्ब्रिज भेजा गया है. 950 से ज्यादा टीचर्स को सिंगापुर ट्रेनिंग के लिए भेजा गया है. 1700 प्रिंसिपल को आईआईएम अहमदाबाद में ट्रेनिंग के लिए भेजा गया है. केजरीवाल सरकार ने 2015 के बाद से दिल्ली के स्कूलो में 22711 नए क्लासरूम बनाए हैं.
सरकारी स्कूलों का कायाकल्प किया
आतिशी ने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूल बदल गए हैं. हमारी सरकार ने नौ सालों में राजधानी में हर एक वर्ग का विकास किया है.गरीब परिवार को निशुल्क इलाज मिल रहा है. अब गरीब परिवार का बच्चा सरकारी स्कूल में पढ़ सकता है. दिल्ली में अस्पताल के हालात बदल गए हैं. आज गरीब परिवार के बच्चे आगे जा रहे हैं. अब गरीब का बच्चा गरीब नहीं रहेगा.
शिक्षा क्रांति लाने में मनीष सिसोदिया की महत्वपूर्ण भूमिका
आतिशी ने विधानसभा में बजट भाषण पढ़ते हुए मनीष सिसोदिया को भी याद किया. उन्होंने कहा कि दिल्ली में शिक्षा क्रांति लाने में किसी एक व्यक्ति की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका रही तो वह है, मेरे बड़े भाई मनीष सिसोदिया.
स्वास्थ्य के लिए 8685 करोड़ रुपये आवंटित
वित्त मंत्री आतिशी ने काह कि हमारी सरकार ने बजट में दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के लिए 8685 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं.
- बजट में से सरकारी अस्पतालों के लिए 6215 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं.
- मोहल्ला क्लीनिक के लिए 212 करोड़ रुपये आवंटित
- सरकारी अस्पतालों में जरूरी दवाइयों के लिए 658 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं
- सरकारी अस्पतालों के विस्तार और नए अस्पतालों के निर्माण के लिए 400 करोड़ रुपये आवंटित
- दिल्ली में सभी पोषण से जुड़ी हुई योजनाओं के लिए 664 करोड़ रुपये आवंटित
पेंशनधारियों की बजट धनराशि भी बढ़ी
- 2024-2025 के बजट में पेंशनधारियों के लिए 2714 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं.
- महिलाओं एवं बच्चों के विकास के साथ-साथ अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और ओबीसी के कल्याण के लिए 6216 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं.
- दिल्ली जल बोर्ड के लिए 2024-2025 में 7195 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं.
'हम सब राम के जीवन से प्रेरित है'
आतिशी ने रामचरितमानस की पंक्ति पढ़ते हुए कहा कि दिल्ली पर प्रभु राम की कृपा है. हम सब राम के जीवन से प्रेरित हैं. दिल्ली में राम राज्य के लिए काम कर रहे हैं लेकिन रामराज्य के सफर के लिए लंबी दूरी तय करनी है. दिल्ली पर प्रभु राम की ऐसी कृपा रही कि शिक्षा और फ्लाईओवर बनाने के लिए पैसे की कमी नहीं रही.
भगवान राम से की केजरीवाल की तुलना
वित्त मंत्री आतिशी ने बजट पेश करते हुए मुख्यमंत्री केजरीवाल की तुलना भगवान राम से की. उन्होंने कहा कि भगवान राम को 14 वर्षों के वनवास पर जाना पड़ा था. लेकिन भगवान राम ने वनवास चुना और अपने वादे को पूरा किया. भगवान राम की तरह ही केजरीवाल को भी अथक मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन भगवान राम और केजरीवाल दोनों ही अपने वादों से पीछे नहीं हटे हैं.
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